लोग क्यों लगातार इन बेक़सूर जानवरों को मार दे रहें है? Animal cruelty
भारत हो या फिर पूरी दुनिया ऐसा लग रहा है की हर जगह पर इंसानों का कब्ज़ा हो चुका है चाहे वो कोई भी जगह हो जंगल या शहर ऐसी कोई भी जगह नहीं बची जहाँ जानवर भी चैन की सांस ले सके वैसे तो कल world animals protection day भी था लेकिन क्या हम इंसान कभी जानवरों को भी सही जगह दे सके लेकिन आज हम बात करेंगे कुछ topics पर की आखिर भारत मे जानवरों को इतना प्रताड़ित किया जाता है वैसे तो हम पूरे विश्व की बात कर रहें है पर भारत को को इसका केंद्र मानते हुए आज हम बात करेंगे
जंगलो को काट देना
आखिर हम जंगल बचाने की बात करते है पर सच तो ये की हर साल हजारों की संख्या मे जंगल को काटा जा रहा है और ये ऐसा की कोई आपके घर को उखाड़ फेंके तो आप क्या करोगे ? आप सीधे उससे लड़ने लगेंगे लेकिन आप उन बेसहारा जानवरों के दर्द को भी तो समझ ले की उनका घर यानि की जंगल जब बेशर्म इंसान चंद पैसो की वजह से हजारों जंगल काट देते है है और प्रकृति की निर्मम हत्या करदेते है और प्रशासन भी आराम से सोता है
PETA की कामचोरी
दोस्तों अपने जानवरों के लिए एक ngo का नाम तो सुना ही होगा जो है PETA यहाँ पर हम सीधा नाम बता रहें क्यूंकि इस संस्थान के पास जो जिम्मेदारी है वो बहुत बड़ी है लेकिन अपने social media पर video डालने से फुरसत मिले तो तोये काम करें जी हा हम ये आपको बता दे की peta को बहुत donations मिलती है लेकिन हर बार peta सवालों के घेरे मे ही रहती है
एक खास पर्व पर जानवरों का नरसंहार
अपने देखा होगा भारत मे कई बड़े बड़े अभिनेता, दिग्गज खिलाड़ी व नेता आदि tweet करके दिवाली या होली पर लिखते है की Please guys जानवरों पर colour मत फेंकना और पटाके से वो डर जायेंगे लेकिन एक खास वर्ग के आते ही सब उस पर्व पर बधाईया देते है पर जहाँ पर जानवरों को काटा जाता है मारा जाता है अब समझ भी गए होगये की किसतरह का दोगले पन को बढ़ावा दिया जाता है और ऐसे पर्व PETA india की कुछ बोलने पर हिम्मत ही नहीं होती ये राक्षस राज नहीं तो क्या है लेकिन हद तो तब होती है जब आखिर कोई भी व्यक्ति इन जानवरों के नरसंहार को कुछ नहीं बोलता ऐसा लगा रहा है की राक्षस राज बस यही है
जानवरों को पालना एक अच्छी बात
भारत ही नहीं पूरी दुनिया में लोग जानवरों को बहुत ज्यादा प्यार भी करते हैं एक तरफ जब लोग जानवरों को बहुत पीटते हैं मारते हैं तो दूसरी तरफ लोग जानवरों को बहुत प्यार करते हैं इनमें से सबसे ज्यादा प्रिय जानवर कुत्ता बिल्ली गाय हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जो बाकी जानवर है उनको प्रताड़ित किया जाए और उनको मारा पीटा जाए यह भी बिल्कुल गलत है लेकिन यह जानवर लोग अपने घर में पालते हैं अब ऐसे में कुछ लोगों का कहना है कि घर में कुत्ता बिल्ली पालना अच्छी आदत नहीं है लेकिन आपको बता दें कि कोई भी रिपोर्ट आपको यह नहीं कहती है कि कुत्ता बिल्ली को पालना या फिर यूं कहें कि किसी जानवर को प्यार करना पालना अपने घर में रखना गलत है और ऐसे में बहुत बुद्धिजीवी आते हैं जो अपना ज्ञान देते हैं कि ऐसा नहीं पड़ना चाहिए वगैरा-वगैरा लेकिन कोई भी रिपोर्ट इसका खंडन नहीं करती हम आपको बता दें कि जानवरों को पालना भारत में बहुत ही प्राचीन सभ्यता है लेकिन हाल ही में लोग इस सभ्यता को भूल गए हैं और जानवरों को मारने पीटने का एक नया प्रचलन को आगे बढ़ा रहे हैं हाल ही में हुए केरल में हादसे में जिसमें जानबूझकर हथनी को मार डाला गया उसके बाद आप सबको पता होगा कि ना तो कोई ढंग की कानून कार्रवाई हुई और ना ही कोई और सजा ऐसे में भारत का कानून भी इन जानवरों को न्याय दिलाने के लिए असमर्थ है भारत में कभी इस तरह के कानून पर काम ही नहीं किया गया हालांकि ऐसा नहीं है कि जानवरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाए नहीं गए बनाए गए हैं लेकिन उनका पालन सख्ती से और नियमों का पालन किया जाता है
हमारी राय
अब इस विषय में हम आप को अपनी राय बताते हैं और बताते हैं कि आखिर हम क्या चाहते हैं हम चाहते हैं कि इस दुनिया में कोई भी जीव असहाय ना रहें और शायद यही कारण है कि हमने आजे मुद्दा उठाएं को कि कोई भी मीडिया यह मुद्दा कभी नहीं उठाती है जब तक कोई केस ना हो और अगर आपको कोई ऐसा जानवर दिखता है जो बेसहारा है तो मुझे लगता है कि आप सब के पास इतना तो खाना होगा ही कि आप उसे थोड़ा सा खिला दें जिससे कि उसकी भूख मिट जाए हम कई बार देखते हैं लोग सामान लेने जाते हैं तो कई बार जानवर दिखते हैं लेकिन उनके पास पैसे होते हुए भी वह बेसहारा जानवरों को नहीं खिलाते लेकिन हम आपसे कहना चाहते हैं कि आपको भी ऐसे काम नहीं करने हैं आपको हमेशा जानवरों को खिलाना है और याद रखना है अगर आप खिलाने की कुब्बत नहीं रखते तो आप मारने की भी हैसियत नहीं रखिए क्योंकि लोग जानवरों को मारते तो बहुत हैं लेकिन जब खिलाने की बारी आती है तो हमेशा की तरह गायब हो जाते हैं यही नहीं हम आपको एक और बात बताते हैं इंसान इतना खुदगर्ज है कि वह जानवरों को सर्कस में ना चाहता है और नचाने के साथ-साथ उस पर चाबुक से वार भी करता है और हंटर से उसको मारता है कि वह जानवर सर्कस दिखाएं और उसको पैसे मिले यही नहीं कई बड़े-बड़े लोग हाथियों को बंधक बनाकर रखते हैं एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में एक विशेष जगह पर 15 100 से ज्यादा हाथी बंधक बने हुए हैं लेकिन इन पर कोई भी ध्यान नहीं देता यही नहीं आपको बताने भारत का जो प्रदर्शन चित्र है वह हाथी ही है जैसे कि चीन का ड्रैगन है और अमेरिका का ईगल है उसी तरह हाथी है भारत का
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